आज मानव के जीवन में , धर्म की सुवास नहीं है ,
इस जहाँ में कही किसी का , कोई आवास नहीं है !
जो धर्म पर श्रधान हमेसा, करते है मेरे बंधुओ ,
दुःख - दर्द का उनके , जीवन में वास नहीं है !!२!!
इस जहाँ में कही किसी का , कोई आवास नहीं है !
जो धर्म पर श्रधान हमेसा, करते है मेरे बंधुओ ,
दुःख - दर्द का उनके , जीवन में वास नहीं है !!२!!
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