Wednesday 8 February 2012

भाग्य और कर्म

सब कहते है की भाग्य पर भरोसा रखो.....भाग्य पर भरोसा रखो
लेकिन क्या हमेसा भाग्य पर भरोसा हमेसा करना अच्छा है बिना कुछ किये भी
श्रेणिक जैन आपसे एक बात कहना चाहता है भाग्य पर भरोसा करना अच्छा है लेकिन तब जब आपने अपना सत प्रतिशत दिया हो उसके बाद भी यदि सफलता आपको ना मिले तो कभी भी निष्क्रिय मत बैठो क्योकि किया हुवा कार्ये कभी व्यर्थ नहीं जाता और महनत कभी खाली नहीं जाती !!!
श्रेणिक जैन
जय जिनेन्द्र देव की.........

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