Saturday 17 March 2012

गरीब का दर्द

विचार :-
क्या इस दुनिया में कोई नहीं जो इस गरीब का दर्द समझ सके, उस हज़ारो लाखो गरीबो को अपना सके ! क्या कोई नहीं है...............!!!
भूखमरी, गरीबी, लाचारी, बेरोज़गारी, भष्टाचारी, शोषण करते ये शासक क्या कोई नहीं है जो इनकी पीड़ा सुन सके !

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