Tuesday 6 March 2012

लायक या नालायक फैसला आपका

विचार :-
माँ- बाप होने के नाते अपने बच्चों को खूब पढाना-लिखाना और पढ़ा-लिखाकर खूब लायक बनाना, मगर इतना भी लायक मत बना देना कि कल वो तुम्हे ही नालायक समझने लगे !
अगर तुमने आज ये भूल की तो कल बुढ़ापे में तुम्हें बहुत रोना-पछताना पड़ेगा ! यह बात मैं इसीलिए कह रहा हूँ, क्योकि कुछ लोग यह भूल जिंदगी में कर चुके है और वे आज रो रहे है लेकिन इतना ध्यान रखना की अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गयी खेत !
श्रेणिक जैन
उत्तम क्षमा पाप क्षय पुण्य जमा.........

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