Friday 9 March 2012

जीवन में गिरावट क्यों ?

विचार :-
जहाँ दिखावट, बनावट, सजावट, मिलावट और कड़वाहट होती है, वहाँ जीवन में नियम से गिरावट ही होती है, जीवन में फिर मुस्कुराहट नहीं ठहर पाती !
अतः हठ, वट, नट, कट को झट-पट छोड दें, और फटा-फट अपने आपको अपने आप से जोड़ दें, यही जीवन की सार्थकता का उपाय है !
श्रेणिक जैन .........
ओम् नमः उत्तम क्षमा पाप क्षय पुण्य जमा........

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