Sunday 11 March 2012

कब ढूढो चुल्लू भर पानी..?

विचार :-
संत कहते है की
घर आये अतिथि को हमेसा भोजन के लिए पूछना चाहिए !
भोजन के लिए ना पूछ सके तो कम से कम पानी पूछना चाहिए !
पानी भी ना पूछ सके तो कम से कम उसे आसन दो बैठने को,
आसन भी ना दे सको तो कम से कम उससे 2 बोल मीठे बोलो,
मीठे बोल भी ना बोल सको तो कम से कम उसकी तरफ मीठी सी मुस्कान बिखेरो,
और मुस्कुरा भी ना सको तो चुल्लू भर पानी में डूब मारो !!!!!!!!!!!!!!
श्रेणिक जैन.........
ओम् नमः पाप क्षय पुण्य जमा
ओम् नमः सबसे क्षमा सको क्षमा

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