Sunday 4 March 2012

तीर्थंकर

विचार :-
जैन धर्म के अनुसार जो संसार सागर से स्वयं तैर कर पार होकर तथा अन्य जीवो को तैरने के साधनों का उपदेश देते है और प्रचार करते है उन्हें तीर्थंकर कहते है ये काल के अनुसार 24 होते है
श्रेणिक जैन
उत्तम क्षमा पाप क्षय पुण्य जमा  

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