Saturday 24 March 2012

अन्याय का पैसा कैसा ?

विचार ( मेरी एक दोस्त और मेरे एक दोस्त का लिखा हुआ ):-

पाप और अन्यायपूर्ण तरीके से की गयी कमाई जितनी जल्दी घर में आती भी नहीं है उससे पहले चली भी जाती है लेकिन उसमे महत्वपूर्ण बात होती है वो ये की वो जाते जाते सारे पुण्य तो धो ही देती है और एक कलंक भी लगा देती है !

इसे एक उदाहरण से समझाता हू की अन्याय का पैसा आखिर कहा जाता है:-
एक बच्चा जन्म से ही बीमार था
कॉफी इलाज कराया, कुछ सुधार नहीं
३ वर्ष बाद एक दिन बच्चा हंसा |
पिता बहुत खुश !
क्यों न हो,
जब किसीका बच्चा पहली बार हँसता है,
उसके माता-पिता की खुशी का कोई ठिकाना नहीं होता |
बच्चे ने पिता की तरफ देखा और कहा - मैं जान-बुझ कर हंस रहा हूं,
क्योंकि मैं अब अनंत की यात्रा पर जा रहा हूं |
पिता - मुझे कुछ भी समझ नहीं आ रहा |
बच्चा - पिछले जन्म में आपने मेरे 50,000 रूपये दबा लिए थे |
वही वसूलने मैंने आपके यहाँ जन्म लिया |
मेरी चिकित्सा में आपने 50,000 रूपये लगा दिए |
हिसाब बराबर !
अब मैं जा रहा हूं |
यह कह कर बच्चे ने आँखें मूँद ली |
श्रेणिक जैन

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