विचार :-
मैंने सुना है की होली के पर्व पर रात को होलिका दहन किया जाता है,
क्या ऐसा नहीं हो सकता है की होलिका दहन पर हम उस दहन में अपने अंदर छिपी बुराई, कुरीतियों, छोटो के प्रति हमारे अन्याय करने की प्रवर्ती को भी जला दे ??
जहा तक मैंने सुना है कुछ परम्पराओ के अनुसार होलिका दहन इसीलिए किया जाता है क्योकि इस दिन बुराई ( हिरण्यकश्यप ) पर अच्छाई ( प्रहलाद ) की जीत हुई थी तो क्या हम अपने अंदर की बुराई को मिटा कर उस पर सच्चाई और धर्म की जीत नहीं करेगे !
मैंने सुना है की होली के पर्व पर रात को होलिका दहन किया जाता है,
क्या ऐसा नहीं हो सकता है की होलिका दहन पर हम उस दहन में अपने अंदर छिपी बुराई, कुरीतियों, छोटो के प्रति हमारे अन्याय करने की प्रवर्ती को भी जला दे ??
जहा तक मैंने सुना है कुछ परम्पराओ के अनुसार होलिका दहन इसीलिए किया जाता है क्योकि इस दिन बुराई ( हिरण्यकश्यप ) पर अच्छाई ( प्रहलाद ) की जीत हुई थी तो क्या हम अपने अंदर की बुराई को मिटा कर उस पर सच्चाई और धर्म की जीत नहीं करेगे !
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