Thursday 5 April 2012

अहिंसा -प्रभु महावीर की नज़र में

विचार :-
प्रभु महावीर ने अहिंसा पर विशेष जोर दिया है और हमेसा अहिंसा की ही बात कही !
उन्होंने कहा -"जगत में जीव जितने है किसी को अन्य मत देखो, सभी को प्राण प्यारे मानो , एवं किसी पर भी अपनी वासना या अपने अहंकार आदि का जाल मत फैको !"
श्री १००८ भगवान महावीर की अहिंसा ये बताती है की अगर तुम किसी जीव को प्राण दे नहीं सकते तो उसके प्राण लेने का हक तुम्हे किस ने दे दिया !
श्रेणिक जैन
जय जिनेन्द्र देव की
उत्तम क्षमा पाप क्षय पुण्य जमा 

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