Sunday 15 April 2012

व्रत का महत्व

विचार :-
कुछ लोग कहते है की व्रत करने से सिर्फ शरीर को कष्ट पहुचता है इससे और कुछ नहीं प्राप्त होता लेकिन मेरा मानना है की व्रत या अनशन से बहुत कुछ होता है और अनशन तप से ही कर्मो की असली निर्जरा ( कर्मो का घटना ) होती है !
मेरा मानना है की वास्तव में अनशन तप ही कर्म की निर्जरा का कारण है ! भगवान महावीर ने 12 वर्ष तक अनशन तप किया और कर्मो की निर्जरा कर मोक्ष का वरण किया था ! मै ये नहीं कहता की हमे भी १२ वर्ष तक अनशन तप करना चाहिए लेकिन यथा शक्ति हमें भी व्रत और उपवास आदि करते रहना चाहिए और संयम धारण करना चाहिए !
श्रेणिक जैन
उत्तम क्षमा पाप क्षय पुण्य जमा 

No comments:

Post a Comment