Saturday 21 April 2012

सामायिक का महत्व

विचार :-
आज मैं आपको सामायिक का महत्व बताने जा रहा हू !

सामायिक का लाभ

1. समता पूर्वक करने से 92 करोड़ 59लाख 24हजार 925पल्योपम (अर्थात् असंख्य वर्ष) जितना देव आयुष्य का बंधन होता है।

2. सामायिक करने से चार प्रकार के धर्म का पालन होता है।
  a. दान धर्मः- चौदह राजलोक के 6 कायिक जीवों को अभयदान मिलता है।
  b.शील धर्मः- सामायिक में शीलव्रत का पालन होता है। बालको से बालिका या स्त्री का एवं बालिकाओं से बालकों या पुरुष का स्पर्श नही किया जा सकता ।
  c.तप धर्मः- सामायिक में चारों प्रकार के आहार का त्याग होने के कारण तप धर्म तथा काय क्लेश रुपी तप होता है।
  d.भाव धर्मः- सामायिक की क्रिया भावपूर्वक करनी होती है। इस प्रकार चारों धर्मो की आराधना हो जाती है।

3. 20 मन की एक खंड़ी होती है-ऐसी लाख लाख सोने की खंडी एक लाख वर्ष तक प्रतिदिन कोई दान दे और दूसरा कोई एक  सामायिक करें तो वह दान देने का पुण्य सामायिक के बराबर नहीं आ सकता।

4. नरक गति के बंध को तोडने की ताकत सामायिक में है ।

5. श्राद्ध विधि प्रकरण ग्रंथ में लिखा हुआ है कि घर के बजाय उपाश्रय में सामायिक करने से एक आयंबिल तप का लाभ प्राप्त होता है।

6. जो जीव मोक्ष में गए है, जाते है तथा जाएंगे, यह सब सामायिक का प्रभाव है।

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