Wednesday 30 May 2012

संयम मुक्तक (18)

संयम मुक्तक (18)
संयम  लिया  है  हमने  हद  तक  निभायेगे ,
कर्मो  को  अब  तो  हंस-हंस  कर  भगायेगे  !
जियेगे संयम के खातिर समाधि लेगे आत्म हित में,
सबक  संयम  का  सारी  दुनिया  को  सिखायेगे !!


श्रेणिक जैन
जय जिनेन्द्र देव की
ओम् नमः सबसे क्षमा सबको क्षमा
उत्तम क्षमा पाप क्षय पुण्य जमा......

No comments:

Post a Comment