विचार :-
मेरे विचार से क्रोधी व्यक्ति कभी भी शांत नहीं रह पता क्योकि वह हमेसा अपने आप से उसी प्रकार क्रोधित रहता है जितना और लोगो के व्यवहार से या आचरण से !
इसी प्रकार अगर क्रोधी अपने आप से भी हमेसा क्रोध करता रहेगा तो वह कभी भी शांत नहीं हो सकता अर्थात उसका मन कभी शांत नहीं रह पाता !
श्रेणिक जैन
उत्तम क्षमा पाप क्षय पुण्य जमा
मेरे विचार से क्रोधी व्यक्ति कभी भी शांत नहीं रह पता क्योकि वह हमेसा अपने आप से उसी प्रकार क्रोधित रहता है जितना और लोगो के व्यवहार से या आचरण से !
इसी प्रकार अगर क्रोधी अपने आप से भी हमेसा क्रोध करता रहेगा तो वह कभी भी शांत नहीं हो सकता अर्थात उसका मन कभी शांत नहीं रह पाता !
श्रेणिक जैन
उत्तम क्षमा पाप क्षय पुण्य जमा
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