विचार :-
आज हम एक मंगला चरण करेगे क्योकि कल से देश का हिंदी के अनुसार नए साल शुरू होने वाला है
मंगलं भगवान वीरों, मंगलं गौतमो गणी !
मंगलं कुन्द्कुंदागहो, जैन धर्मौस्तु मंगलं !!
सदाचरण के आगमन से ही जीवन का मंगलाचरण हो जाता है ! मंगलाचरण हमारे जीवन को मंगल आचरण प्रदान करता है , पाप को गलाता है, पुण्य को लाता है, नास्तिकता को हटाता है ! पूज्य पुरुषों के प्रति बहुमान व्यक्त करने की प्रेरणा देता है, अहंकार को समाप्त करता है !
नमस्कार करने की इच्छा रखने वाला ही किसी का नमस्कार पा सकता है और वही नर से एक दिन नारायण बन सकता है !
श्रेणिक जैन
उत्तम क्षमा पाप क्षय पुण्य जमा
आज हम एक मंगला चरण करेगे क्योकि कल से देश का हिंदी के अनुसार नए साल शुरू होने वाला है
मंगलं भगवान वीरों, मंगलं गौतमो गणी !
मंगलं कुन्द्कुंदागहो, जैन धर्मौस्तु मंगलं !!
सदाचरण के आगमन से ही जीवन का मंगलाचरण हो जाता है ! मंगलाचरण हमारे जीवन को मंगल आचरण प्रदान करता है , पाप को गलाता है, पुण्य को लाता है, नास्तिकता को हटाता है ! पूज्य पुरुषों के प्रति बहुमान व्यक्त करने की प्रेरणा देता है, अहंकार को समाप्त करता है !
नमस्कार करने की इच्छा रखने वाला ही किसी का नमस्कार पा सकता है और वही नर से एक दिन नारायण बन सकता है !
श्रेणिक जैन
उत्तम क्षमा पाप क्षय पुण्य जमा
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