विचार :-
आज में आप सब को ध्यान के बारे में बताने जा रहा हू !
सभी लोग ध्यान लगाते है लेकिन मेरे विचार से ध्यान लगते समय हमें कुछ महत्व पूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए !
१. सबसे पहले तो हमे ध्यान एक दम शुद्ध साफ़ धुले वस्त्र पहन के एक दम शुद्ध वातावरण में लगाना चाहिए !
२.आम तौर पर माना ये जाता है की सुबह का वक़्त सबसे शुभ होता है तो हमे सुबह जल्दी उठ के ब्रह्म मुहर्त में लगना चाहिए !
३.कभी भी ध्यान लगाते वक्त अपने आस पास के बारे में ना सोच कर बल्कि अपने अंतर मन में झाकने की कोशिश करनी चाहिए !
४.ध्यान के लिए एक जो सबसे जरुरी बात है वो ये की कभी भी ध्यान में मोह की बात न आवे, क्योकि ध्यान संसार से विरक्ति का सबसे उत्तम उपाय है और मोह हमें हमेसा संसार की तरफ धकेलता है !
क्योकि मेरा सिर्फ इतना मानना है की
शरीर मिला है सर्वज्ञ बनने के लिए
जीवन मिला है परमात्मा बनने के लिए
और
मनुष्य भाव मिला है मोक्ष जाने के लिए
तो दोस्तों श्रेणिक जैन आपसे सिर्फ यही कहना चाहता है की यदि मोक्ष ना भी जा सके तो उसके लिए दिल से कोशिश तो की जा सकती है !
श्रेणिक जैन
जय जिनेन्द्र देव की
ओम् नमः सबसे क्षमा सबको क्षमा
उत्तम क्षमा पाप क्षय पुण्य जमा
आज में आप सब को ध्यान के बारे में बताने जा रहा हू !
सभी लोग ध्यान लगाते है लेकिन मेरे विचार से ध्यान लगते समय हमें कुछ महत्व पूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए !
१. सबसे पहले तो हमे ध्यान एक दम शुद्ध साफ़ धुले वस्त्र पहन के एक दम शुद्ध वातावरण में लगाना चाहिए !
२.आम तौर पर माना ये जाता है की सुबह का वक़्त सबसे शुभ होता है तो हमे सुबह जल्दी उठ के ब्रह्म मुहर्त में लगना चाहिए !
३.कभी भी ध्यान लगाते वक्त अपने आस पास के बारे में ना सोच कर बल्कि अपने अंतर मन में झाकने की कोशिश करनी चाहिए !
४.ध्यान के लिए एक जो सबसे जरुरी बात है वो ये की कभी भी ध्यान में मोह की बात न आवे, क्योकि ध्यान संसार से विरक्ति का सबसे उत्तम उपाय है और मोह हमें हमेसा संसार की तरफ धकेलता है !
क्योकि मेरा सिर्फ इतना मानना है की
शरीर मिला है सर्वज्ञ बनने के लिए
जीवन मिला है परमात्मा बनने के लिए
और
मनुष्य भाव मिला है मोक्ष जाने के लिए
तो दोस्तों श्रेणिक जैन आपसे सिर्फ यही कहना चाहता है की यदि मोक्ष ना भी जा सके तो उसके लिए दिल से कोशिश तो की जा सकती है !
श्रेणिक जैन
जय जिनेन्द्र देव की
ओम् नमः सबसे क्षमा सबको क्षमा
उत्तम क्षमा पाप क्षय पुण्य जमा
No comments:
Post a Comment