भक्त से भगवान मुक्तक (19)
लहर समुन्दर को बदल देती है,
डगर मंजिल को मिला देती है !
पूजा भक्ति की कसोटी है मेरे भाई
भावना भक्त से भगवान बना देती है !!
श्रेणिक जैन
जय जिनेन्द्र देव की
ओम् नमः सबसे क्षमा सबको क्षमा
उत्तम क्षमा पाप क्षय पुण्य जमा
लहर समुन्दर को बदल देती है,
डगर मंजिल को मिला देती है !
पूजा भक्ति की कसोटी है मेरे भाई
भावना भक्त से भगवान बना देती है !!
श्रेणिक जैन
जय जिनेन्द्र देव की
ओम् नमः सबसे क्षमा सबको क्षमा
उत्तम क्षमा पाप क्षय पुण्य जमा
No comments:
Post a Comment